पानी के नीचे का भूगोल, पृथ्वी के जलमग्न भागों का अध्ययन है। इसमें महासागरों, समुद्रों, झीलों और नदियों के तल की विशेषताओं का अध्ययन शामिल है। पानी के नीचे का भूगोल पृथ्वी की सतह के भूगोल के समान ही महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह जलवायु, समुद्री जीवन और मानव गतिविधियों को प्रभावित करता है।
पानी के नीचे के भूगोल में विभिन्न प्रकार की विशेषताएं शामिल हैं, जैसे कि महाद्वीपीय शेल्फ, महासागरीय रिज, गहरे समुद्र की खाइयां, और ज्वालामुखी पर्वत। ये विशेषताएं पृथ्वी की भूवैज्ञानिक प्रक्रियाओं द्वारा बनाई गई हैं।
पानी के नीचे का भूगोल समुद्री जीवन के लिए महत्वपूर्ण है। यह विभिन्न प्रकार के समुद्री जीवों के लिए आवास प्रदान करता है। पानी के नीचे की विशेषताएं समुद्री धाराओं और पोषक तत्वों के वितरण को भी प्रभावित करती हैं।
पानी के नीचे का भूगोल मानव गतिविधियों को भी प्रभावित करता है। यह मछली पकड़ने, खनन, और परिवहन के लिए महत्वपूर्ण है। पानी के नीचे के संसाधनों का उपयोग करने से पहले, पर्यावरण पर इसके प्रभाव पर विचार करना महत्वपूर्ण है।
जापानी भाषा में इस शब्दावली का अध्ययन करते समय, ध्यान रखें कि समुद्री भूगोल से संबंधित शब्दावली में अक्सर विशिष्ट तकनीकी शब्द और सांस्कृतिक संदर्भ होते हैं।