पर्वतीय पारिस्थितिकी तंत्र पृथ्वी के सबसे विविध और नाजुक पारिस्थितिक तंत्रों में से एक हैं। ये पारिस्थितिकी तंत्र उच्च ऊंचाई, खड़ी ढलानों और कठोर जलवायु की विशेषता रखते हैं। पर्वतीय पारिस्थितिकी तंत्र विभिन्न प्रकार के पौधों और जानवरों का घर हैं, जिनमें से कई स्थानिक प्रजातियां हैं।
पर्वतीय पारिस्थितिकी तंत्र कई महत्वपूर्ण पारिस्थितिक सेवाएं प्रदान करते हैं, जैसे कि जल विनियमन, मिट्टी का संरक्षण और जलवायु नियंत्रण। वे पर्यटन और मनोरंजन के लिए भी महत्वपूर्ण हैं।
भारत में हिमालय पर्वत श्रृंखला एक महत्वपूर्ण पर्वतीय पारिस्थितिकी तंत्र है। यह विभिन्न प्रकार के वनस्पतियों और जीवों का घर है, जिनमें हिम तेंदुए, कस्तूरी मृग और लाल पांडा शामिल हैं।
पर्वतीय पारिस्थितिकी तंत्र जलवायु परिवर्तन और मानव गतिविधियों से खतरे में हैं। वनों की कटाई, अतिचारण और प्रदूषण इन पारिस्थितिक तंत्रों को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
पर्वतीय पारिस्थितिकी तंत्र का संरक्षण महत्वपूर्ण है। हमें इन पारिस्थितिक तंत्रों की रक्षा के लिए स्थायी प्रबंधन प्रथाओं को अपनाना चाहिए।