सहायक क्रियाएँ व्याकरण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। वे मुख्य क्रिया के अर्थ को स्पष्ट करने और वाक्य को पूर्ण बनाने में मदद करती हैं। हिंदी में, 'है', 'था', 'होगा' जैसी क्रियाएँ सहायक क्रियाओं के उदाहरण हैं।
सहायक क्रियाएँ काल, पहलू, और मनोदशा जैसे व्याकरणिक पहलुओं को व्यक्त करने में मदद करती हैं। उदाहरण के लिए, 'मैं जा रहा हूँ' वाक्य में 'रहा हूँ' सहायक क्रिया है जो वर्तमान काल को दर्शाती है।
सहायक क्रियाओं का उपयोग नकारात्मक और प्रश्नवाचक वाक्य बनाने के लिए भी किया जाता है। उदाहरण के लिए, 'मैं नहीं जा रहा हूँ' और 'क्या तुम जा रहे हो?'
सहायक क्रियाओं से संबंधित शब्दावली को सीखते समय, विभिन्न प्रकार की सहायक क्रियाओं और उनके उपयोगों के बारे में जानना महत्वपूर्ण है।
यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि सहायक क्रियाएँ मुख्य क्रिया के साथ मिलकर काम करती हैं और वाक्य का अर्थ बदल सकती हैं।
हिंदी व्याकरण में सहायक क्रियाओं का सही उपयोग भाषा की स्पष्टता और प्रभावशीलता के लिए आवश्यक है।