नदियाँ और झीलें पृथ्वी के महत्वपूर्ण जल स्रोत हैं, जो न केवल पारिस्थितिकी तंत्र को बनाए रखती हैं बल्कि मानव सभ्यता के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। नदियों का उद्गम अक्सर पहाड़ों या बर्फ की चादरों से होता है, और वे गुरुत्वाकर्षण के कारण नीचे की ओर बहती हैं, अंततः समुद्र या किसी अन्य जल निकाय में मिल जाती हैं। झीलें, दूसरी ओर, आमतौर पर भूमि से घिरी हुई होती हैं और विभिन्न भूवैज्ञानिक प्रक्रियाओं द्वारा बनती हैं।
भारत में नदियों को पवित्र माना जाता है और उन्हें देवी के रूप में पूजा जाता है। गंगा, यमुना, ब्रह्मपुत्र जैसी नदियाँ न केवल सिंचाई के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व भी रखती हैं।
नदियों और झीलों का अध्ययन भूगोल, जल विज्ञान और पारिस्थितिकी जैसे विभिन्न विषयों में किया जाता है। जल प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन और बांधों के निर्माण जैसे मुद्दे इन जल निकायों के स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा हैं।
इस शब्दावली में नदियों और झीलों से संबंधित विभिन्न शब्दों और वाक्यांशों को शामिल किया गया है, जो आपको इन महत्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधनों के बारे में अपनी समझ को गहरा करने में मदद करेंगे।
नदियों और झीलों के नाम, उनके भौगोलिक विशेषताओं, और उनसे जुड़ी सांस्कृतिक मान्यताओं को जानना भाषा सीखने के साथ-साथ पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने में भी सहायक होता है।