वैधानिक प्रणाली, किसी देश में कानूनों और नियमों का समूह है जो समाज को नियंत्रित करता है। यह न्याय सुनिश्चित करने, अधिकारों की रक्षा करने, और विवादों को हल करने के लिए बनाई गई है। वैधानिक प्रणाली में विभिन्न शाखाएँ शामिल होती हैं, जैसे कि विधायिका, कार्यपालिका, और न्यायपालिका।
भारत में, वैधानिक प्रणाली ब्रिटिश औपनिवेशिक काल से विकसित हुई है। भारतीय संविधान, देश का सर्वोच्च कानून है, और यह नागरिकों के मौलिक अधिकारों और कर्तव्यों को परिभाषित करता है।
वैधानिक प्रणाली में विभिन्न प्रकार के कानून शामिल होते हैं, जैसे कि आपराधिक कानून, दीवानी कानून, और संवैधानिक कानून। आपराधिक कानून अपराधों को परिभाषित करता है और उनके लिए दंड निर्धारित करता है। दीवानी कानून व्यक्तियों और संगठनों के बीच विवादों को हल करता है। संवैधानिक कानून सरकार की शक्तियों और नागरिकों के अधिकारों को परिभाषित करता है।
मलयालम भाषी क्षेत्रों में भी एक सुव्यवस्थित वैधानिक प्रणाली मौजूद है, जो भारतीय संविधान के अनुरूप है। स्थानीय कानूनों और रीति-रिवाजों को ध्यान में रखते हुए, यह प्रणाली न्याय और समानता सुनिश्चित करने का प्रयास करती है।
वैधानिक प्रणाली का अध्ययन कानून के छात्रों, वकीलों, और उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जो समाज और सरकार के कामकाज को समझना चाहते हैं।
इस शब्दावली का उद्देश्य हिंदी और मलयालम भाषाओं में वैधानिक प्रणाली से संबंधित शब्दों और वाक्यांशों को सीखना है। यह कानून के छात्रों, वकीलों, और उन लोगों के लिए उपयोगी होगा जो इन भाषाओं में कानूनी शब्दावली सीखना चाहते हैं।